SHUNY SE SHUNY TAK
मेडिकल साइंस के अध्ययन, आविष्कारों की वजह से सर के बाल से लेकर शरीर के किसी भी अंग का ट्रांसप्लांट किया जा सकता है मगर इंसान और वैज्ञानिकरण इतनी प्रगति न कर सके कि क्लेशमय और तेजोद्वेश से भरपूर स्वभाव और निकृष्ट व्यवहार को किसी उपचारात्मक पद्धति से ट्रांसप्लांट कर सके और उसे अच्छे स्वभाव और उचित व्यवहार तक ला सकें जहां वह दूसरे इंसान की कद्र करना सीख सके और अच्छे स्वभाव और उत्कृष्ट व्यवहार से वातावरण सौहार्दपूर्ण बना सके| इंसानी प्रगति यहां निष्फल गई है|